आज टूट तेरी याद का तारा गया |
हाथ से ये भी सहारा गया ||
हमने दुनिया लुटा दी मगर,
तुमसे दिल भी न हारा गया |
तन्हाई में तुम जब से आने लगे,
महफ़िल से उठ दिल हमारा गया |
बारहा किनारे पर डूब जाते है लोग,
आज दरिया में डूब खुद किनारा गया |
जब ज़िंदा था किसी ने नही पूछा ,
मैय्यत में मेरी जहाँ सारा गया ||
---- "अर्पण" (20 Feb. 2000)
हाथ से ये भी सहारा गया ||
हमने दुनिया लुटा दी मगर,
तुमसे दिल भी न हारा गया |
तन्हाई में तुम जब से आने लगे,
महफ़िल से उठ दिल हमारा गया |
बारहा किनारे पर डूब जाते है लोग,
आज दरिया में डूब खुद किनारा गया |
जब ज़िंदा था किसी ने नही पूछा ,
मैय्यत में मेरी जहाँ सारा गया ||
---- "अर्पण" (20 Feb. 2000)