Sunday 11 November 2012

दीवाली

भगवान करे......

तेरी सारी मुरादें, सारे सपने, सारी तमन्नाएँ |
दीवाली के दिन चल कर तुम्हारे  पास  आएँ ||

जो  भी  बीते  दिनों में तुमने खोया,
या  अनजाने   में   कहीं  छुट  गया,
सूख  गया  कोई   आँसूं   ख़ुशी  का,
या गम के आँसू की तरह बह गया |

जो भी बिछड़ा है तुमसे, वो सब मिल जाये |
दीवाली के दिन चल कर तुम्हारे पास आएँ ||

सारे ज़ख़्म तुम्हारे मुस्कराना  सीख लें,
होंठ  तेरे  हसीं  से  फिर  दोस्ती  कर लें,
अपनी  सारी  परेशानियाँ   मुझे   देकर,
मेरे हिस्से की खुशियों से झोली भर ले |

जो कुछ भी मेरा है,  सब  तुम्हें  मिल  जाए |
दीवाली के दिन चल कर तुम्हारे पास आएँ ||
  
                                                -अर्पण ( 1999 )





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